उत्तर प्रदेश बाराबंकी राजनीति

यूपी के कद्दावर सपा नेता बेनी बाबू की 81वीं जयन्ती पर जगह-जगह आयोजन, सुबह से शाम तक बड़ी शिद्दत से बाबूजी के कृतित्व व्यक्तित्व पर गाँव गली चौबारों में चर्चाएं होती रही

बाराबंकी। ब्यूरो रिपोर्ट

समाजवादी पुरोधा पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा के 81 वीं जयन्ती पर सम्पूर्ण जनपद में जगह-जगह आयोजन हुए। चौधरी चरण सिंह कृषि महाविद्यालय व मोहन लाल वर्मा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में विशेष रूप से मनाया गया। समाधि स्थल पर भी लोगों ने पहुँचकर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
प्रातः से शाम तक बड़ी शिद्दत से बेनी बाबू के कृतित्व व्यक्तित्व पर गाँव गली चौबारों में चर्चाएं
होती रहीं। पूर्व कारागार मंत्री राकेश कुमार वर्मा ने समाधिस्थल पर पुष्पार्पण करने के पश्चात कहा कि बाबू जी ने गाँव गरीब और किसान की उन्नति और विकास का जो सपना देखा था उसे पूरा करने में हर सम्भव कोशिश करते रहे हैं। उनके उस दायित्व को नई पीढ़ी के लोगों को समझना होगा और बाबूजी के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए जुटना होगा।
बेनी बाबू की बहू सुधा वर्मा के नेतृत्व में चौधरी चरण सिंह कृषि महाविद्यालय में व छोटे पुत्र ऋषि कुमार वर्मा के नेतृत्व में मोहन लाल वर्मा एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में सादे समारोह में जन्मोत्सव मनाया गया। परिजनों व शुभेच्छु जनों द्वारा जिला अस्पताल, महिला अस्पताल, वृद्धाश्रम सफेदाबाद, वृद्धाश्रम बड़ेल में फलों और कम्बल वितरण किया गया। परिजनों ने देवांशु जायसवाल व सदानन्द वर्मा के माध्यम से देर रात्रि रैन बसेरों में भी कम्बल व फल वितरण कराए।
इस अवसर पर सिरौली भवन में सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप सारंग ने कहा कि बेनी बाबू जी के विशाल व्यक्तित्व को किसी जाति धर्म, दल इत्यादि सीमाओं में नहीं बाँधा जा सकता। उन्होंने दलों में रहते हुए भी दलीय भावना से ऊपर उठकर विकास कार्य किये हैं।
श्री सारंग ने यह भी कहा कि धन से गरीब कोई भी बाबूजी से जुड़ जाता रहा है किंतु छोटी सोच के लोग बाबूजी से कभी जुड़ न सके। बाबूजी के आदर्शों का अनुकरण ही उनको सही मायने में उन्हें याद रखना है।
सुबह से शाम तक विभिन्न आयोजनों में शहाब खालिद, दीप शंकर जायसवाल दीपू, मो हसन गुड्डू, बाराती वर्मा, के के पटेल, बजरंग वर्मा, सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।