जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों ने सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों पर आलाकमान की दरियादिली पर नाराजगी जताई है। सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने सचिन पायलट के खिलाफ विधायक दल की बैठक में बयान किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक कई विधायकों ने कांग्रेस दल की बैठक में सचिन पायलट की वापसी पर बोलने को कहा गया लेकिन मीटिंग के दौरान कई विधायकों ने आलाकमान के खिलाफ बोलना उचित नहीं समझा, फिर भी लगभग एक दर्जन विधायकों ने सचिन पायलट और दूसरे बागी विधायकों को इस तरह से पुनः वापस पार्टी में लेने पर नाराजगी जताई है। कुछ विधायकों ने मांग की कि आलाकमान यह घोषणा करेगी राज्य में पूरे पांच तक कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा, और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री पद पर अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। दरअसल अशोक गहलोत समर्थक विधायक राज्य में किसी तरह का नेतृत्व बदलाव नहीं चाहते हैं। सचिन पायलट के वापस आने के बाद इन विधायकों को लग रहा है, कि राज्य में एक बार फिर से नेताओं की जिम्मेदारी बदल सकती है।
आपको बताते चलें कि एक महीने पहले ही सचिन पायलट के पास राज्य में दोहरी जिम्मेदारी थी, वह राजस्थान के डिप्टी सीएम तो थे ही, साथ ही राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे। जैसलमेर में कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग के दौरान एक विधायक ने यह भी कहा कि आलाकमान या घोषणा करेगी कि नए प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को हटाया नहीं जाएगा, वह अपने पद पर बने रहेंगे।
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